नींद से मनुष्य को शारीरिक तथा मानसिक विश्राम मिलता है। जीवन में अच्छें स्वास्थ्य के लिए नींद बहुत ज्यादा जरुरी है। अगर आपकी नींद पूरी नही होती है, या आप शरीर को जीतना जरुरत है उतना नही सो पाते है तो आप थकावट और बेचैनी महसूस करने लगते है। इतना ही नही आप तनावों से ग्रसित भी हो जाते हैं।

इसके साथ-साथ बहुत सारी बीमारियां आपके शरीर में घर कर जाती है। इसके अलावा अगर आप भरपूर नींद ले रहे है तो आपका दिमाग शांत और मूड हमेशा फ्रेश रहता है। रात में सात से नौ घंटे सोना ही काफी नहीं है।सोने के साथ-साथ नींद की गुणवत्ता भी मायने रखती है, कि आप कितना देर कितनी आराम में सोते है। जब आप सो रहे होते हैं, तो आपका शरीर नींद के चक्र के विभिन्न चरणों से गुजरता है, उदाहरण के लिए, रैपिड आई मूवमेंट जिसमें नींद के दौरान आपकी आंखें पलकों के पीछे तेजी से अलग-अलग दिशाओं में घूमती है|

नींद क्या है? हमारे लिए नींद लेना क्यों आवश्यक है? (Sleep in Hindi)

Sleep in Hindi

पुराने समय से यह चला आ रहा है कि स्वस्थ रहने का सबसे अच्छा उपाय नींद है। मनुष्य दिनभर काम करता है अगर वह रात को चैन से सो जाए तो उसे लगता है, कि सारा थकान मिट गया। नींद एक रोजमर्या के लिए आवश्यक कार्य है। जिसके द्वारा हमारा शरीर पुन: रिफ्रेश होकर काम करने के लिए तैयार हो जाता है। या अगर सीधे लहजें में कहे तो सोने के बाद जब हम सुबह उठते है तो उस समय हम तरोताजा महसूस करते हैं।

स्वस्थ नींद शरीर को स्वस्थ रहने और बीमारियों को दूर रखने में भी मदद करती है। पर्याप्त नींद के बिना मस्तिष्क ठीक से काम नहीं कर पाता है। यह आपकी क्षमताओं को कम कर सकता है। ध्यान केंद्रित करने, स्पष्ट रूप से सोचने और यादों को संसाधित करने के लिए पर्याप्त नींद बहुत जरुरी है। इस पर कई मतभेद हैं।

आधुनिक युग से पहले यानी 1920 के आसपास यूके में माना जाता था कि 9 घंटे की नींद तरोताजा रहने के लिए जरूरी है। अब ऐसा नहीं है। अब साढ़े सात घंटे की नींद को ही विशेषज्ञ पर्याप्त मानते हैं। कई विद्वानों का मानना है कि 6 घंटे की नींद वयस्क मानव शरीर के लिए पर्याप्त है। शर्त यही है कि उसे नींद दवाओं की मदद से नहीं, बल्कि प्राकृतिक रूप से आए।

मुख्य रुप से कितने समय तक हमे सोना चाहिए (How Long Should We Sleep Mainly)

          0-7 वर्ष

           10-12 घंटे

         7-14 वर्ष

            8-10 घंटे

        14-21 वर्ष

            6-8  घंटे

        21-35 वर्ष

            5-6  घंटे

        35-50 वर्ष

            4-5  घंटे

      50 से ऊपर वर्ष

       4 घंटे या इससे कम

 

हमारे लिए नींद लेना क्यों आवश्यक है?

किसी व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद करने के लिए पर्याप्त नींद लेना आवश्यक है। जब उनके स्वास्थ्य की बात आती है, तो नींद उतनी ही महत्वपूर्ण है जितना कि नियमित व्यायाम और संतुलित आहार लेना। आईएं जानते है नींद हमारे लिए आवश्यक क्यों है?

1. मजबूत इम्यून सिस्टम को बनाने के लिए (For Strong Immune System)

For Strong Immune System

वैसे तो इम्यूनिटी का निर्माण करना कोई राकेट विज्ञान नही है। लेकिन आपको अपने शरीर को मजबूत बनाने के लिए अनुसासन की जरुरत ज्यादा होती है। इम्यून सिस्टम शरीर को बैक्टीरिया, वायरस और कीटाणुओं से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जो बीमारी का कारण बनती हैं। अगर आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है, आप अधिक बार और आसानी से बीमार भी पड़ सकते है। बल्कि उनसे उबरना भी आपके लिए मुश्किल हो जाएगा।

कुछ शोध से पता चलता है कि बेहतर नींद की गुणवत्ता शरीर को संक्रमण से लड़ने में कैसे मदद कर सकती है। हालांकि, वैज्ञानिकों को अभी भी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर इसके प्रभाव के संबंध में नींद के सटीक तंत्र में और शोध करने की आवश्यकता है।

2. अवसाद को रोकने के लिए (To Stop Depression)

To Stop Depression

हमेशा से नींद और अवसाद शोध का विषय रहा है। एक शोध के निष्कर्ष में यह पाया गया है कि नींद और अवसाद के बीच संबंध है। एक रिसर्च में यह भी पाया गया है कि आत्महत्या जैसी कई मौंतों में नींद की कमी की भी भूमिका है। ऑस्ट्रेलियाई और न्यूजीलैंड जर्नल ऑफ साइकियाट्री में एक अन्य अध्ययन से पता चलता है कि अनिद्रा जैसे नींद विकार वाले लोगों में अवसाद के लक्षण दिखने की संभावना है।

3. हृदय रोग का जोखिम कम करने के लिए (It may prevent heart disease)

It may prevent heart disease

नींद शरीर को आराम करने और ऊर्जा बहाल करने में मदद करती है। नींद की मात्रा और गुणवत्ता जगे रहते समय सर्वोत्तम सजगता बनाए रखने में मदद करती है। नींद की समस्या अलिंद विकम्पन (एएफ) नामक स्थिति पैदा करती है। हृदय में कोशिकाओं का समूह का एक हिस्सा विद्युत आवेग भेजता है, जो हृदय के स्पंदन गतिविधि को नियंत्रित करता है। वायुमार्ग इन आवेगों में गड़बड़ी पैदा करती है जिससे आघात होता है। कमजोरी लाने वाली स्थिति जो लोगों के बोलने, खाने और बातचीत करने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है। नींद की अस्त व्यस्तता से श्वासरोध के कारण, असामान्य हृदय की धड़कन सांस लेने को प्रभावित करती है इसलिए रक्त में ऑक्सीजन का स्तर कम होता है।

4. बेहतर कैलोरी विनियमन में (For calorie regulation)

For calorie regulation

अब आप सोचते होंगे कि नींद का कैलोरी से क्या संबंध है। आईएं हम आपको बताते है। दरअसल वजन बढ़ाने और कम करने में कैलोरी का महत्वपूर्ण योगदान है। जिन लोगों का वजन नहीं बढ़ता वे लोग अक्सर कहते रहते हैं कि मैं सबकुछ खाता हूं लेकिन मेरा वजन नहीं बढ़ रहा है। इसका सिर्फ एक ही कारण है कि वे पर्याप्त कैलोरी नहीं ले रहे हैं। यानी कि उनके शरीर को यदि 3500 कैलोरी की जरूरत है और अगर वे उतनी नहीं लेंगे तो निश्चित है कि वे पर्याप्त कैलोरी नहीं ले रहे हैं।

इस प्रकार वजन बढ़ाने के लिए रात को अच्छी नींद लेने से व्यक्ति को दिन में कम कैलोरी का उपभोग करने में मदद मिल सकती है। उदाहरण के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज की कार्यवाही में एक अध्ययन कहता है, कि नींद के पैटर्न भूख के लिए जिम्मेदार हार्मोन को प्रभावित करते हैं। इतना ही नही जब कोई व्यक्ति पर्याप्त देर तक नहीं सोता है, तो यह उसके शरीर की भोजन सेवन को सही ढंग से नियंत्रित करने की क्षमता में हस्तक्षेप कर सकता है।

5. एकाग्रता और उत्पादकता सुधार करने में ( It may help in concentration & productivity)

It may help in concentration & productivity

नींद सीधे तौर पर बेहतर एकाग्रता, उत्पादकता और अनुभूति से जुड़ा है। पीछले कई दशकों में वैज्ञानिकों ने जो शोध किया उसमें उन्होंने नींद की कमी को पाया। शोधकर्ता ने यह निष्कर्ष निकाला की नींद में मस्तिष्क के कई कार्यों जैसे एकाग्रता,उत्पादकता और अनुभूति शामिल है।

नींद नही आने का मुख्य कारण (Main reason of sleeplessness)

अगर आपका जीवन तनाव से ग्रसित है, तो आपको नींद कम आने लगती है। इतना ही नही काम की व्यस्तता ज्यादा होना, यात्रा करना या देर रात तक जगना यह सब आपके नींद को प्रभावित करती है।

  1. लाइफस्टाइल का गतिहीन होना
  2. डिहाइड्रेशन
  3. तनाव
  4. काम की ज्यादा व्यस्तता होना
  5. देर रात तक जागना
  6. सोने के समय यात्रा करना
  7. शाम को ज्यादा खाना खाना
  8. मोटापा
  9. इंसोमेनिया
  10. स्लीप एपनोया

1. लाइफस्टाइल का गतिहीन होना

sedentary lifestyle

2. डिहाइड्रेशन

dehydration

3. तनाव

stress

4. काम की ज्यादा व्यस्तता होना

being too busy

5. देर रात तक जागना

stay up late at night

6. सोने के समय यात्रा करना

travel at bedtime

7. शाम को ज्यादा खाना खाना

overeating in the evening

8. मोटापा

obesity

9. इंसोमेनिया

Insomnia

10. स्लीप एपनोया

sleep apnea

अच्छी नींद के लिए यह खास टिप्स (Tips for Good Sleep)

  1. रोजाना व्यायाम करें
  2. सोने के समय पर मोबाईल ,टीवी,लैपटाप आदि का प्रयोग न करें
  3. रोजाना विस्तर पर जाने का समय तय कर ले
  4. सोने वाले कमरे को आरामदायक बनाएं
  5. सोने से पहले गरिष्ठ भोजन का सेवन करने से बचे
  6. हमेशा सकारात्मक सोचे
  7. दिन में अनावश्यक नींद लेने से बचे
  8. धूम्रपान के सेवन से बचे रात को
  9. सोने से पहले चेरी का सेवन करे
  10. तलवे में सरसों तेल की मालिश करे

1. रोजाना व्यायाम करें

exercise daily

2. सोने के समय पर मोबाईल ,टीवी,लैपटाप आदि का प्रयोग न करें

Do not use mobile, TV, laptop etc. at bedtime

3. रोजाना विस्तर पर जाने का समय तय कर ले

fix a time to go to bed daily

4. सोने वाले कमरे को आरामदायक बनाएं

make the bedroom comfortable

5. सोने से पहले गरिष्ठ भोजन का सेवन करने से बचे

Avoid consuming heavy food before sleeping

6. हमेशा सकारात्मक सोचे

always think positive

7. दिन में अनावश्यक नींद लेने से बचे

Avoid unnecessary sleep during the day

8. धूम्रपान के सेवन से बचे रात को

Avoid smoking at night

9. सोने से पहले चेरी का सेवन करे

eat cherries before sleeping

10. तलवे में सरसों तेल की मालिश करे

Massage mustard oil on the soles

अत: आप भी अगर नींद की समस्या से परेशान है। सारे विकल्प अपनाने के बाद भी कोई उपाय नजर नही आ रहा है, तो एक बार आप इस लेख को पढिंये और जो तरिका बताया गया है उसे अपनाइएं। क्योकिं जीवन में स्वस्थ रहने के लिए भरपूर सोना जरुरी है। जब तक आप अपने शरीर को एक अच्छे नींद के साथ आराम नही देंगे।तब तक एक अच्छे स्वास्थ्य की कल्पना नही की जा सकती है। इसलिए यह लेख आपके लिए मददगार साबित होगा। बस आपको इसे पढ़ कर आपने जीवन में उतारना है। क्योंकि स्वस्थ जीवन के लिए अच्छी नींद बेहद जरुरी है।